Tourist Place in Varanasi in Hindi

वाराणसी के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल। Tourist Place in Varanasi in Hindi

वाराणसी के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल। Tourist Place in Varanasi in Hindi

Tourist Place in Varanasi in Hindi

♦दोस्तों,आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको वाराणसी के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के बारे में संपूर्ण जानकारी देंगे , चारो तरफ मां गंगा से घिरी हुई नगरी काशी जिसको हम बनारस के नाम से भी जानते है , ये नगरी किसी बीच या बड़ी-बड़ी इमारतों के लिए नहीं प्रसिद्ध है बल्कि ये मंदिरों , घाटों,और पकवानों के लिए प्रसिद्ध है।

इस शहर को काशी कहो या कहो बनारस , इसके हर नाम में सुंदरता झलकता है,और गौतम बुद्ध से पहले का इतिहास झलकता है।

यहां हर सुबह गरम-गरम कचौरी और जलेबियो की महक से पूरा शहर भीवोर हो जाता है, बनारस की लस्सी मतलब दिलों को ठंडक पहुंचाने वाली जड़ी बूटी की तरह काम करती है।

शाम के समय पूरा बनारस शहर मंदिर की घंटियों से गुजने लगती है, मां गंगा की ये पवित्र नगरी बनारस देश विदेश के पर्यटकों का भी दिल जीत लेता है , ऐसा है ही हमारा बनारस।

चलिए हम जानते है बनारस में घूमने की जगह और बनारस के प्रसिद्द मंदिर के बारे में –Tourist Place in Varanasi in Hindi

इस आर्टिकल में हमने बनारस की सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल,सबसे प्रसिद्ध मंदिर,और बनारस कैसे घूमे,कहां रूके, इत्यादि जानकारी दिया गया है:- वाराणसी के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल।

 

1. काशी विश्वनाथ मंदिर | Kashi Vishwanath Temple in Hindi

बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक काशी विश्वनाथ मंदिर है सनातन धर्मो के अनुसार ऐसा माना जाता है की एक बार इस मंदिर में दर्शन करने और गंगा में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है,जो भी श्रद्धालु वाराणसी जाता है वो इस मंदिर में भोले बाबा का आशीर्वाद लेने जरूर जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है की अगर आप बनारस गए तो काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा का दर्शन किए बिना वापस ना आए।

मंदिर में भोलेनाथ का सुबह 4:00 बजे से 11:00 बजे तक दर्शन पा सकते हैं उसके बाद 11:00 से 12:00 तक यहां दिव्य आलोकिक आरती होती है उसके बाद फिर से मंदिर को खोला जाता है ।

अगर आपको दर्शन करना है तो सुबह के वक्त ही पहुंच जाए क्योंकि यहां पे काफी ज्यादा मात्रा में भिड़ लगती है और घंटो तक इंतजार करना पड़ता है , क्योंकि इस मंदिर में बाबा का दर्शन करने के लिए देश विदेश से पर्यटक भरी मात्रा में आते है।

दोस्तो, मंदिर में जाने से पहले कोई भी यांत्रिक डिवाइस जैसे घड़ी,मोबाइल ,कैमरा इन सब वस्तुओ को लाकर में जमा कर दे ,वरना आपको मंदिर में प्रवेश से वर्जित कर दिया जायेगा और आपका समय वयर्थ होगा।

2. दशाश्वमेध घाट वाराणसी | Dashashwamedh Ghat Varanasi in Hindi 

दोस्तो, काशी विश्वनाथ जी का दर्शन करने से पहले मंदिर से लगभग 100 मीटर की दूरी पे दशाश्वमेध घाट स्थित है ,जहां पे आप जाकर गंगा जी में डुबकी लगा के अपनी मन को पवित्र करके काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन करने जाइए।

घाट के उस पार आप घुड़सवारी , ऊंट की सवारी और मोटर कार की सवारी करके अपने मन को आनंदित कर सकते है। घाट के उस पार जाने के लिए आपको नाव की सवारी करके जाना होगा ,जिसका चार्ज मात्र 50 Rs है।

दोस्तो, शाम के 7 बजे की गंगा जी को आरती जरूर देखे, यहां की आरती पूरे विश्व में प्रसिद्ध है, अगर आप को गंगा मां की आरती ज्यादा अच्छे से देखना है तो आप नाव की सवारी करके आरती देख सकते है।

दोस्तो अगर बनारस में सबसे ज्यादा भीड़ किस घाट पे होती है तो इसका जवाब है दशाश्वमेध घाट पे होती है यहां पे विदेशी लोग भी काफी मात्रा में आते है। 

3. अस्सी घाट वाराणसी । Assi Ghat Varanasi in Hindi

वाराणसी के 5 सबसे प्रसिद्ध घाटों में से अस्सी घाट का नाम भी आता है , ऐसी मान्यता है कि जब दुर्गा माता ने युद्ध के दौरान विजय प्राप्त की थी तो इस घाट के उत्तर दिशा पर विश्राम लिया था और वहां पर अपना आशीर्वाद छोड़ दिया था जिसकी वजह से अस्सी घाट के नाम से जाना जाता है।काशी विश्वनाथ मंदिर से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मां गंगा किनारे अस्सी घाट बहुत ही खूबसूरत है जहां पर काफी संख्या में भिड़ भाड़ होती है।दोस्तो आपको बता दे की बनारस के अस्सी घाट के पास स्थित एक गुफा है जहां श्री रामचरितमानस की रचना तुलसीदास ने किया था और वही पे अपने प्राण त्याग दिए।ऐसा माना जाता है की,गंगा नदी के अस्सी घाट में डुबकी लगाने से संपूर्ण तीर्थ के दर्शन प्राप्त होते हैं , मनुष्य को अपने जीवन काल में एक बार बनारस के इस घाट पे जरूर आना चाहिए।यहां पर गंगा नदी और अस्सी नदी का मिलन होता है जिससे संगम का निर्माण होता है और इसी वजह से इसे अस्सी घाट के नाम से भी जाना जाता है 

4. सारनाथ वाराणसी । Sarnath Varanasi in Hindi

 

सारनाथ वाराणसी से लगभग 10 किलोमीटर दूरी पर स्थित है जहाँ गौतम बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था बनारस का सारनाथ बौद्ध धर्म के 4 सबसे प्रमुख स्थानों में से एक है जिसमे शामिल है,

लुम्बिनी,बोधगया,कुशीनगर,सारनाथ

सारनाथ में बनी हजारो वर्षो पुरानी सभ्यता के अवशेष मौजूद है जिन्हे देखने और इतिहास को खगोलने के लिए साल भर काफी संख्या में पर्यटक आते है ।

इनमे से सबसे प्रसिद्ध है धार्मिक स्तूप – जहाँ से बौद्ध धर्म पूरी दुनिया में फैला था ।

सारनाथ में घूमने की जगह

तिब्बती मंदिर – इस मंदिर में तिब्बती बौद्ध चित्रों को सजाया गया है यहाँ काफी ज्यादा पर्यटक चीन , थाईलैंड , जापान और तिब्बत से ही आते है।

पुरातत्व संग्रहालय – 1910 में स्थापित इस संग्रहालय में तीसरी शताब्दी से लेकर 12 वी शताब्दी तक के कलाकृतियों को बड़े सुन्दर ढंग से प्रदर्शित करता है ।

थाई मंदिर सारनाथ – थावस्तु शैली मे बना यह मंदिर पर्यटकों को काफी आकर्षित करता है, हरे भरे शानदार गार्डन के बीच सुशोभित गौतम बुद्ध की प्रतिमा स्थापित है

चौखंडी स्तूप सारनाथ – यही अपने 5 शिष्यों को अपना पहला उपदेश दिया उसे धर्म चक्र प्रवर्तक सूत्र कहा जाता है जिसका अर्थ है धर्म चक्र गति पर नियंत्रण और यही था जन्म मानवीय पीड़ा से मुक्ति देने वाले बौद्ध धर्म का ।

https://pocketexplorer.in/assi-ghat-banaras-history-ganga-aarti-arti-river/

5. तुलसी मानस मंदिर । Tulsi Manas Temple Varanasi in Hindi

वाराणसी जंक्शन से लगभग 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ये मंदिर भगवान रामजी सीताजी और राधा कृष्ण के लीला के लिए यहां चल चित्रों से और झाकियों के द्वारा जीवंत लगने वाली मूर्तियों के रूप में सजाया गया है।

अगर आप बनारस जाते है और धार्मिक स्थलों में रुचि रखते है तो आपको तुलसी मानस मंदिर जरूर जाना चाहिए।

इस मंदिर की दीवारों पर श्री राम चरित मानस की चौपाइयों को बड़े सुन्दर ढंग से चित्रण किया गया है ,जहां हमेशा विदेशियों का आना जाना लगा रहता है ।

बाबा भोलेनाथ की नगरी काशी में माँ भगवती अदृश्य दैवीय रूप में दुर्गा कुंड में विराजमान है यह मंदिर बनारस के प्राचीनतम मंदिरो में से एक है । आदि काल में काशी में कुल तीन ही मंदिर थे जिनमे से काशी विश्वनाथ , दुर्गा मंदिर , और मानपूर्ण ।

वैसे तो अगर आप बनारस आए है तो आपको बनारस की हर गली में मंदिर मिल जायेंगे लेकिन उनमें से सबसे ज्यादा विजिट किया जाने वाला मंदिर गंगा जी के किनारे रामनगर की दुर्गा मंदिर है।

6. दुर्गा मंदिर वाराणसी । Durga Mandir Varanasi in Hindi

बाबा भोलेनाथ की नगरी काशी में माँ भगवती अदृश्य दैवीय रूप में दुर्गा कुंड में विराजमान है यह मंदिर बनारस के प्राचीनतम मंदिरो में से एक है । आदि काल में काशी में कुल तीन ही मंदिर थे जिनमे से काशी विश्वनाथ , दुर्गा मंदिर , और मानपूर्ण ।

वैसे तो अगर आप बनारस आए है तो आपको बनारस की हर गली में मंदिर मिल जायेंगे लेकिन उनमें से सबसे ज्यादा विजिट किया जाने वाला मंदिर गंगा जी के किनारे रामनगर की दुर्गा मंदिर है।

7. संकट मोचन हनुमान मंदिर बनारस । Sankat Mochan Hanuman Mandir Varanasi in Hindi

उत्तरप्रदेश के काशी कहे जाने वाला शहर बनारस में तो बहुत सारे प्रसिद्ध मंदिर है और उन्ही में से बनारस के संकट मोचन हनुमान मंदिर जिसमे राम भक्त हनुमान जी की सुंदर प्रतिमा के रूप में विराजमान है।

संकट मोचन हनुमान मंदिर का पौराणिक कथाओं में भी लेख मिलता है और यही पर गोस्वामी तुलसी दास को हनुमान जी ने साक्षात् दर्शन दिए थे।

8. गंगा घाट बनारस । Ganga Ghat Varanasi in Hindi

वैसे तो बनारस की हर गलियों की अंतिम छोर पे घाट मिल जायेगा ,लेकिन अगर गंगा घाट की बात की जाए तो अलग ही लेवल की फीलिंग आती है। बनारस की गंगा घाट को विजिट करने देश विदेश से लोग आते है और एंजॉय करते है। अगर आपको बनारस का नजारा देखना है तो आप नाव में बैठ के एक छोर से दूसरे छोर तक घूम सकते है और शाम का नजारा देख सकते है।

दोस्तो, अगर आप घाट किनारे जाकर एंजॉय करना चाहते हैं तो आप कोशिश कीजियेगा की शाम के समय ही जाए और वहा पे आपको काफी ज्यादा भीड़ भी देखने को मिलेगी और साथ साथ शांति की एक असीम अनुभव।

9. मणिकर्णिका घाट बनारस। Manikarnika Ghat Varanasi in Hindi

 वाराणसी का सबसे पुराना घाट मणिकार्णिका घाट है, और यहां से जुड़ी कई सारी पौराणिक कथाएं भी है। एक कथा के अनुसार ऐसा माना जाता है की भगवान शिव ने माता पार्वती को छोड़कर बनारस से सबसे पुराने घाट यानी की मणिकार्णिका घाट पे काफी ज्यादा समय व्यतीत किए।

ये घाट प्रसिद्द है दिव्यांग आत्मा के दाह संस्कार के लिए यहाँ द्वापर युग से इसी घाट पे परंपरा चली आ रही है ।

अगर आपको ऐसा लगता है की आपके अंदर अहंकार आ गया है तो आप एक बार इस घाट पे जरूर आइए , यहां आते ही आपका सारा अहंकार नष्ट हो जायेगा, यहां आप मौत को बहुत ही करीब से देख सकते है।

10. रामनगर किला बनारस। Ramnagar Kila Varanasi in Hindi

 बनारस की गलियों में घाट और मंदिर ही नहीं बल्कि मुग़ल के ज़माने के बने इस बेहतरीन नक्काशी दार किला भी मौजूद है जो 18 सेंचुरी में बना था। रामनगर किला जाने के लिए आपको स्टेशन से लंका जाना होगा फिर वहा से आप पूल पार करके रामनगर किला जा सकते है।

यहां पे आपको 150 सालों पुरानी घड़ी देखने को भी मिल जायेगी।

दिल्ली के 10 प्रसिद्ध पर्यटन स्थल | Delhi Tourist Places in Hindi

बनारस के मशहूर । Famous in Varanasi

विश्वनाथ गली, बाजार बनारस?

वाराणसी जितना फेमस है अपने घाट और मंदिर के लिए यहाँ की उतनी ही प्रसिद्द है बनारसी साड़ियां आप बनारस आये है और अपने फैमिली परिवार के लिए बनारसी साड़ियां न खरीदे ऐसा हो ही नही सकता ।

बनारस की विश्व नाथ गली प्रसिद्ध है बनारसी साड़ियां और गारमेंट , गिप्ट्स आइटम , कुर्ती , लहंगे , लड़को के बनारसी स्टाइलिश कपडे इत्यादि ।

बनारस के प्रसिद्ध मंदिर ?

बनारस गंगा घाट मंदिरो के लिए भी प्रसिद्द है जिनकी अपनी अलग – अलग मान्यताये है –

काशी विश्वनाथ मंदिर

दुर्गा मंदिर

राम मंदिर

तुलसी मानस टेम्पल

संकटमोचन हनुमान मंदिर

भारत माता मंदिर

चौसठ योगिनी माता टेम्पल

बनारस की मशहूर चीज क्या है ?

वाराणसी व्यापार के नजरिये से भी एक अहम् शहर है खास तौर पर यहाँ की बनारसी साडिया जो दुनिया भर में प्रसिद्द है देश में शायद ही ऐसी कोई वैवाहिक समारोह हो जो बनारसी साड़ियों के बिना संपन्न होती हो ।

बनारसी साड़ियां त्योहारों और किसी खास मौके पर आज भी भारतीय महिलाओं की पहली पसंद है ।

और साथ साथ बनारस की पान पूरे देश में मशहूर है , अगर आप बनारस आते है तो बनारस का पान जरूर चखे।

“खईके पान बनारस वाला” गाना तो आपने जरूर सुना होगा।

इसके अलावा बनारस की मिठाइयां, लस्सी,चाट,जलेबी इत्यादि चीज़े काफी मशहूर है।

बनारस में रुकने की जगह?

बनारस में रुकने के लिए हर तरह के होटल मौजूद है 5 स्टार से लेकर हर बजट में होटल यहाँ मिल जाते है जिनकी प्राइस 700 से लेकर आपके अपने बजट तक होती है।

इसके अलाबा बनारस में कई धर्मशालाए मौजूद है जो बनारस में घूमने के आस पास के समीप ही पड़ता है जिससे पर्यटकों को घूमने में आसानी होती है ।

बनारस घूमने कब जाये ?

वाराणसी घूमने के लिए दशहरा , दिवाली , महाशिवरात्रि , सावन माह और माघी गंगा स्न्नान के समय बनारस घूमने के लिए सबसे ज्यादा श्रद्धालु आते है

वैसे तो बनारस घूमने साल भर सैलानी यहाँ आते रहते है लेकिन नवरात्री से लेकर मार्च तक बनारस में काफी ज्यादा पर्यटक आते है।

बनारस कैसे जाये ?

यदि आप बनारस घूमने के लिए जा रहे तो आपके जानकारी के लिए बता दू की देश के कोने कोने से बनारस यातायात की सभी सुविधाए उपलब्ध है। यहाँ पहुंचने के लिए किसी भी रेलवे जंक्शन से सीट बुक कर सकते है । वाराणसी रेलमार्ग से कई शहरो से जुड़ा हुआ है आपको दिल्ली और आस पास के शहरो से बस की सुविधा भी आसानी से मिल जाएगी ।

यदि आप हवाई यात्रा के माद्यम से वाराणसी जाना चाहते है तो यहाँ लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट है जो भारत के सभी एयरपोर्ट से पूरी तरह से जुड़ा हुआ है ।

धन्यवाद!

 

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